पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इनाया के कार्यों को सराहा, उज्जवल भविष्य के लिए दी शुभकामनाएं
जयपुर। 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' की ब्रांड एंबेसडर एवं बचपन से ही समाज सेवा में अपना एक अलग मुकाम हासिल करने वाली इनाया खान ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात कर अपने द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों एवं जनजागृति कार्यों की एक पुस्तिका का विमोचन करवाया
पूर्व मुख्यमंत्री ने विमोचन करते समय बुक में छपे स्मृति छाया चित्र देखकर इनाया द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की एवं और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
इनाया द्वारा पिछले 10 सालों में बेटियों की शिक्षा पर, रक्तदान, अंगदान, गरीब बच्चों को पाठ्य पुस्तक उपलब्ध कराना, वृक्षारोपण को प्रोत्साहन देना, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य पर लोगों को प्रोत्साहित करना सहित बहुत सारे सामाजिक कार्यों में निरंतर कार्य किया जा रहा है, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के लिए स्पेशल डॉक्यूमेंट्री फिल्म का निर्माण भी किया।
इन सभी कार्यों के चलते महिला एवं बाल विकास द्वारा ब्रांड एंबेसडर बनाया गया।
इनाया को पूर्व मंत्री द्वारा राज्य स्तरीय इंदिरा शक्ति अवार्ड, जिला कलेक्टर द्वारा जिला स्तरीय पुरस्कारों सहित अनेकों सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है |
इतना ही नहीं, इनाया को पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम आज़ाद अवार्ड जैसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार से भी नवाज़ा गया है। अब तक वे अनेक सम्मान और पुरस्कार प्राप्त कर चुकी हैं, जो उनके कार्यों की गहराई और व्यापकता को दर्शाते हैं।
इनाया के कार्यों की सराहना न केवल सरकार और सामाजिक संस्थाओं ने की है, बल्कि देश की कई नामचीन हस्तियाँ और सेलिब्रिटीज़ भी उनकी प्रशंसा कर चुके हैं।
आज इनाया खान वह चेहरा बन चुकी हैं जो भारत की हर बेटी को यह यकीन दिलाता है कि वह सिर्फ जीने नहीं, बल्कि आगे बढ़ने, नेतृत्व करने और समाज को बदलने के लिए जन्मी है।
इस अवसर पर इनाया ने अपने जीवन के उस संघर्षमय सफर को साझा किया, जिसमें उन्होंने समाज की रूढ़ियों को तोड़ते हुए बेटियों के हक़ में आवाज़ बुलंद की। उन्होंने बताया कि कैसे कठिनाइयों के बीच भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपने सामाजिक कार्यों के माध्यम से एक नई सोच को जन्म दिया |
इनाया ने बताया कि कैसे उन्होंने सीमित संसाधनों के बावजूद समाज सेवा की राह चुनी और विभिन्न सामाजिक बाधाओं का सामना करते हुए बेटियों के हक़ में आवाज़ बुलंद की। उनके इन प्रयासों के चलते वे आज लाखों बेटियों की प्रेरणा बन चुकी हैं।
इनाया का मानना है कि बेटियों को शिक्षा और समान अवसर मिलना बेहद आवश्यक है, और यही संदेश वे अपने कार्यों के माध्यम से जन-जन तक पहुंचा रही हैं। उन्होंने समाज सेवा के माध्यम से अपनी एक अलग पहचान बनाई है और आज वे लाखों युवाओं, विशेषकर बेटियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन चुकी हैं।
“इनाया ने बताया की मैं चाहती हूँ कि हर बेटी को वह मंच और सम्मान मिले, जिसकी वह हक़दार है। समाज की असली तरक्की तभी होगी जब बेटियाँ आगे बढ़ेंगी।”
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