लक्ष्मणगढ़ स्थित मोदी विश्वविद्यालय ने तकनीक के साथ विश्व स्तरीय शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए शुरू किए आधुनिकतम पाठ्यक्रम

गरीब छात्राओं को विशेष छात्रवृत्ति के साथ ही प्लेसमेंट पर भी संस्था का फोकस...

जयपुर। नारायण सिंह सर्किल स्थित पिंकसिटी प्रेस क्लब में नये परिदृश्य और मोदी विश्वविद्यालय के वर्तमान परिपेक्ष्य को लेकर प्रेसवार्ता "संवाद" आयोजित हुई जिसमें मोदी विश्वविद्यालय के डीजीएम एडमिशन प्रवीण झा एवं पीआरओ राजीव सिंह ने अपने विचार रखें।

उन्होंने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि बालिका शिक्षा को समर्पित लक्ष्मणगढ़ स्थित मोदी विश्वविद्यालय ने तकनीक के साथ विश्व स्तरीय शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए आधुनिकतम पाठ्यक्रम शुरू किए हैं। गरीब छात्राओं को विशेष छात्रवृत्ति के साथ ही प्लेसमेंट पर भी संस्था का फोकस है। साथ ही ऑनलाइन शिक्षा के तहत भी सभी विशेष कोर्सेज संचालित किए गए हैं। 

गौरतलब है कि विश्वविद्यालय का 265 एकड़ का विशाल कैम्पस शिक्षा द्वारा नारी सशक्तिकरण के अभियान को सतत् आगे बढ़ा रही है। राजस्थान सहित देशभर के छात्राओं के लिए मोदी विश्वविद्यालय ने इस साल भी कुछ खास छात्रवृति की घोषणा की है।

मोदी विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स एंड साइसेंस, स्कूल ऑफ इंजिनयरिंग, स्कूल ऑफ लॉ. स्कूल ऑफ डिजाइन एवं स्कूल ऑफ बिजनेस में विभिन्न स्नातक एवं स्नातकोत्तर के साथ पीएचडी के भी कोर्स कराये जाते हैं। विश्वविद्यालय में कई स्किल बेस्ड कोर्सेस मसलन डेटा साइंस, मशीन लर्निंग, जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन, फोरेंसिक साइंस, फिजियोथेरेपी, फूड एंड न्यूट्रीशन, बॉयोमेडिकल एवं न्यूक्लियर साइंस एंड टेक्नोलॉजी जैसे सरीखे कोर्स जो कि पूर्णतः कौशल आधारित है और छात्राओं को बेहतर भविष्य की ओर ले जाता है।

छात्राओं को रोजगारोन्मुख बनाने के लिए विश्वविद्यालय ने वर्तमान सत्र से ही फार्मा कोर्स की भी शुरुआत की। रिसर्च एवं इनोवेशन के क्षेत्र में भी विश्वविद्यालय ने कई मुकाम हासिल किया है जिसमें क्यूरी के तहत रिसर्च एवं इनोवेशन के लिए विश्वविद्यालय को 2.25 करोड़ रूपये का अनुदान प्राप्त हुआ है. जिसके अंतर्गत समाज के लिए महिलाओं द्वारा रासायन विज्ञान, फोरेंसिक साइंस, बॉयो साइस, माइक्रोबायोलॉजी, फुड एवं न्यूट्रोशियन, फिजयोथेरेपी, साइकोलॉजी, बायोमेडिकल, बॉयो इंजिनियरिंग, न्यूक्लियर साइंस एंड इंजिनियरिंग जैसे क्षेत्रों में अत्याधुनिक अनुसंधान को बढावा देना है। जबकि साइंस एंड इंजिनियरिंग रिसर्च बोर्ड अर्थात् सब स्योर से भौतिकी विज्ञान में अनुसंधान के लिए 12 लाख रूपये का अनुदान प्राप्त हुआ है।

सभी वर्गों को शिक्षा का समान अवसर मुहैया कराने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय ने ऑनलाईन माध्यम की भी शुरूआत की है जिसके अंतर्गत बीए, बीकॉम, एम कॉम के साथ ही एमबीए और एमसीए जैसे विभिन्न कोर्सेज करवाए जाएंगे। इस माध्यम में छात्राओं के साथ छात्र भी दाखिला ले सकते हैं।

आरएएस, पीसीएस एवं आइएएस जैसे परिक्षाओं के तैयारी के लिए विश्वविद्यालय कैंपस में ही छात्राओं को विशेष सुविधा प्रदान कर रही है और इसके लिए प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान समकल्प, नई दिल्ली से अनुबंध किया गया है ताकि छात्राओं को स्नातक के दौरान ही तैयारी का बेहतर अवसर प्राप्त हो सके।

मोदी स्कूल और विश्वविद्यालय छात्राओं की शिक्षा को अनवरत जारी रखना चाहती है और इसी के मदद्देनजर स्कूल एवं विश्वविद्यालय कई स्तर पर छात्राओं के लिए छात्रवृति लेकर आयी है, ताकि आर्थिक स्थिति किसी के भी शिक्षा में रूकावट न बन सके। छात्रवृति स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों के लिए लागू है। विश्वविद्यालय ने मेधावी छात्राओं के लिए ट्यूशन फी में 50 प्रतिशत तक की छात्रवृत्ति का प्रावधान रखा है।

इसके साथ ही मोदी विश्वविद्यालय की विशेष छात्रवृत्ति योजना के तहत, पुलिस, सेना और अर्द्धसैनिक बलों में कार्यरत या सेवानिर्वत जवानों के बच्चों को पूरी पढ़ाई के दौरान ट्यूशन फी में 35 प्रतिशत की छात्रवृति प्रदान की जाएगी। गोदी विश्वविद्यालय के कैरियर डेवलपमेंट सेल द्वारा छात्राओं को इंर्टनशिप एवं प्लेसमेंट का भी अवसर प्रदान करती है।

Comments

Popular posts from this blog

धरी रह गई बस मालिक की चालाकी, उच्च न्यायालय का निर्णय बना सड़क सुरक्षा की नई '"नजीर"

राष्ट्र के उत्थान में महिलाएं निभा रही है विशेष भूमिका - शर्मा

सनातन समस्या नहीं समाधान है - स्वामी चिदानंद सरस्वती