राजस्थान आवासन मंडल की झोली में आए 4 और प्रतिष्ठित अवार्ड
सिटी पार्क, कोचिंग हब, जयपुर चौपाटी और मुख्यमंत्री प्रहरी-अध्यापक आवासीय योजना को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा
प्रतिष्ठित पुरस्कारों से लदकद हुआ राजस्थान आवासन मंडल, बोर्ड को 4 वर्षों में मिले 21 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार
जयपुर। राजस्थान हाउसिंग बोर्ड के लिए शनिवार का दिन ऐतिहासिक रहा जब बोर्ड की झोली में 4 राष्ट्रीय स्तर के अवार्ड आए। शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार की इकाई आईबीसी (इंडियन बिल्डिंग्स कांग्रेस) ने मंडल के 4 प्रोजेक्ट्स को एक्सीलेंस इन बिल्ट एनवायरनमेंट के लिए सम्मानित किया।
दिल्ली के एपी शिंदे सिंपोजियम में आयोजित भव्य समारोह में सीपीडब्ल्यूडी के पूर्व निदेशक शैलेंद्र शर्मा, हुडको के पूर्व निदेशक वी सुरेश, आईबीसी के चेयरमैन विजय सिंह वर्मा और लेफ्टिनेंट जनरल अरविंद वालिया उपस्थित रहे। मंडल की ओर से मुख्य अभियंता प्रथम केसी मीणा, आवासन आयुक्त (मुख्यालय) विजय अग्रवाल, आवासन आयुक्त (सिटी पार्क) केके दीक्षित, एच आर दुपका, आवासीय अभियंता जीपी अग्रवाल और रोहित सिंह ने हजारों लोगों की उपस्थिति में विभिन्न सम्मान ग्रहण किए।
आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने कहा कि सम्मान अकेले अधिकारी का नहीं बल्कि पूरी टीम का होता है। विगत 4 वर्ष पूर्व आमजन का विश्वास आवासन मंडल से पूरी तरह उठ गया था, मंडल लगातार घाटे में जा रहा था लेकिन मंडल के अधिकारियों और कार्मिकों की ऊर्जा ने नामुमकिन को भी मुमकिन कर दिखाया। उन्होंने कहा कि मंडल की झोली में निरंतर पुरस्कारों का डलना मंडल की आमजन के प्रति प्रतिबद्धता व मेहनत को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि पुरस्कारों का यह सिलसिला लगातार चलता रहेगा।
टीम भावना और प्रोत्साहन के लिए भेजे अधिकारी
मंडल आयुक्त पवन अरोड़ा ने टीम भावना और अधिकारियों के प्रोत्साहन के चलते स्वयं ना जाकर पुरस्कार ग्रहण करने के लिए इंजीनियर्स को दिल्ली भेजा। इससे पूर्व भी कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों के लिए आयुक्त ने मंडल के अन्य अधिकारियों को भेज कर उनका उत्साह बढ़ाया।
राष्ट्रीय स्तर पर सराहे गए मंडल के चारों प्रोजेक्ट्स रहे चर्चा का विषय
दिल्ली के भव्य समारोह में सराहे गए सिटीपार्क, कोचिंग हब, चौपाटी और शिक्षक प्रहरी आवास योजना इससे पूर्व भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खासी चर्चित रह चुके हैं। टिकट लगने के बावजूद भी सिटी पार्क में प्रतिदिन हजारों की संख्या में स्थानीय और विदेशी पर्यटक इसकी खूबसूरती का दीदार करने आते हैं। प्रताप नगर और मानसरोवर में स्थापित चौपाटी के लजीज क्यूज़ीन और व्यंजनों के तो शहरवासी दीवाने हैं। चौपाटियों के शुरुआती 5 महीनों में अधिकतम फुटफाल के लिए तो दो अंतरराष्ट्रीय अवार्ड भी मिल चुके हैं। चौपाटियों पर चलने वाला लाइव बैंड के आगंतुक खासे मुरीद हैं। प्रताप नगर में बना कोचिंग हब देश का पहला ऐसा संस्थान है, जहां अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त भवन में निजी कोचिंगें एक साथ संचालित होने को हैं। इनके अलावा प्रदेश में शिक्षक और कांस्टेबल के लिए पहली बार बनी आवास परियोजना रही जहां रहवासियों को स्विमिंग पूल, स्पोर्ट्स अरेना, कम्युनिटी एरिया, लैंड स्कैपिंग तथा अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई।
गौरतलब है कि आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा की अगुवाई में पिछले चार वर्षों में मण्डल को कुल 21 अवार्ड मिल चुके हैं। इनमें मकान विक्रय में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्डस, स्कॉच अवार्ड-2021, अवार्ड ऑफ एक्सीलेन्सी, नेशनल रियल एस्टेट डवलपमेंट काउंसिल द्वारा सम्मान, नेशनल हाउसिंग अवार्ड, आई.बी.सी और ‘स्टार ऑफ गवर्नेंस-गोल्ड अवार्ड‘ और नरेडको द्वारा दिए 'रियल एस्टेट कॉन्क्लेव' जैसे प्रतिष्ठित अवार्ड शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार के समर्थन से स्थापित यह निकाय हर साल विभिन्न श्रेणियों के भवनों में ‘निर्मित पर्यावरण में उत्कृष्टता’ (एक्सीलेंस इन बिल्ट एनवायरनमेंट) के लिये आईबीसी अवार्ड प्रदान करता है।
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