श्री कृष्ण बलराम मंदिर में मनाया गया नरसिंह चतुर्दशी महोत्सव
पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु ने अपने भक्त प्रहलाद की रक्षा के लिए नरसिंह का अवतार लिया था और दैत्यों के राजा हिरण्यकश्यप का अंत किया था...
जयपुर। हरे कृष्ण मूवमेंट जयपुर के जगतपुरा स्थित श्री कृष्ण बलराम मंदिर में नरसिंह चतुर्दशी महोत्सव मनाया गया। यह दिन नरसिंह जयंती के रूप में भी मनाया जाता है, इस दिन हिरण्यकश्यप के आतंक से भक्त प्रहलाद की रक्षा करने के लिए भगवान नरसिंह खंभे में से प्रकट हुए उन्होंने हिरण्यकश्यप का वध कर भक्त प्रह्लाद को अपने असुर पिता के अत्याचारों से मुक्त कराया एवं पृथ्वी पर पुनः: शांति स्थापित की।
इसी उपलक्ष में मंदिर को भव्य रूप से एवं भगवान को नई पोषक और आभूषणों से सजाया गया। मंदिर अध्यक्ष अमितासना दास ने बताया कि इस उपलक्ष्य में विशेष नरसिंह यज्ञ का आयोजन किया गया एवं नरसिंह मंत्र “उग्रं वीरं महाविष्णुं ज्वलन्तं सर्वतोमुखम्नृ, सिंहं भीषणं भद्रं मृत्युमृत्युं नमाम्यहम्” 108 बार जप किया गया एवं यज्ञ में आहुतियां दी गयी। यह श्री नरसिम्हा बीज मंत्र है, जो आपके डर को नष्ट कर सकता है, आपको आध्यात्मिक रूप से चार्ज कर सकता है और आपके जीवन को सकारात्मकता और आत्मविश्वास से भर सकता है।
इस मौके पर भक्तों द्वारा हरिनाम संकीर्तन किया कर नरसिंह आरती की गई, भक्तों ने उपवास रखा एवं विशेष प्रार्थना की। शाम को महाआरती के बाद भगवान की पालकी यात्रा निकली गई, यह सभी कार्यक्रम मंदिर के सोशल मीडिया चैनलों पर लाइव दिखाया गया। कार्यक्रम के अंत में मंदिर में आये सभी भक्तो के लिए प्रसादी वितरण किया गया ।
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