छात्र को बेहतर तराशने के लिए शिक्षक खुद को तराशता है - मिश्रा
अनुपमा तिवाड़ी की किताब ‘शिक्षक अपने को तराशता है’ का लोकार्पण... जयपुर। देश की अग्रणी साहित्य संस्था कलमकार मंच की ओर से आजादी के अमृत महोत्सव के तहत डॉ. राधाकृष्णन पुस्तकालय सभागार में आयोजित समारोह में साहित्यकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता अनुपमा तिवाड़ी की किताब ‘शिक्षक अपने को तराशता है’ का लोकार्पण किया गया। कलमकार मंच के राष्ट्रीय संयोजक निशांत मिश्रा ने कहा कि शिक्षक छात्र को तराशता है यह बात सर्वविदित है, लेकिन छात्र को बेहतर तराशने के लिए शिक्षक खुद को कितना तराशता है और उसे खुद को उस लायक बनाने के लिए क्या-क्या करना चाहिए इसका इस किताब में बहुत ही सरल तरीके से उल्लेख किया गया है। उन्होंने इस अवसर पर कलमकार मंच के आगामी आयोजनों के बारे में भी बताया। समारोह की अध्यक्षता कर रहे बोध शिक्षा समिति के निदेशक ख्यात शिक्षाविद् योगेन्द्र भूषण ने इस किताब को भविष्य के लिए तैयार हो रहे शिक्षकों के लिए जरूरी पुस्तक बताते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि हम कई बार काम कर रहे होते हैं, लेकिन उन्हें दर्ज नहीं करते हैं। यह काम लेखक ने किया है जो कि औरों को भी एक दिशा देने का काम कर सकता है। उन्होंने...