व्यवहार कुशल, संस्कार और संस्कृति को निभाने वाली है राजस्थान की ब्यूरोक्रेसी - मुख्यमंत्री
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि संवेदनशील और पारदर्शी सरकार बनाने में राजस्थान की ब्यूरोक्रेसी की अहम भूमिका है। राजस्थान की ब्यूरोक्रेसी बहुत व्यवहार कुशल है। संस्कार और संस्कृति को निभाने वाली है। इसलिए ब्यूरोक्रेसी की तारीफ भी होनी चाहिए। सभी अधिकारियों को श्रेय देता हूं जिनके अथक प्रयासों से बजट घोषणाएं धरातल पर उतरने लगी है। मुझे पूरा विश्वास है कि प्रदेशवासियों को उनका पूरा लाभ मिलेगा।
गहलोत गुरूवार को हरीशचंद्र माथुर राज्य लोक प्रशासन संस्थान में लोक सेवा दिवस-2022 के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कई योजनाएं लागू की गई है, उनका लाभ प्रदेश की हर गांव-ढाणी तक पहुंचे, इसके लिए सभी अधिकारी प्रयास करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम लागू की। इसकी पूरे देश में चर्चा हो रही है। राजस्थान के बाद अब कई राज्य सरकारें भी इसे लागू करने की योजना बना रही है। कई राज्यों से अधिकारी जानकारी लेने के लिए राजस्थान में आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा समारोह में दी गई सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि अभिनेता-अभिनेत्री और रंगमंच कलाकारों का सम्मान करता हूं, जो कि एक कलाकार के रूप में विभिन्न किरदार निभाते है। ऎसे कलाकारों का हर मंच पर सम्मान होना चाहिए। उन्होंने पुराने गीतों की तारीफ करते हुए कहा कि हमारे वक्त के गाने आज भी अच्छे लगते है।
समारोह में प्रशासनिक अधिकारी डॉ. आर. वेंकटेश्वरन, डॉ. समित शर्मा, रवि जैन, रश्मि शर्मा सहित अन्य ने मंच से पुराने गीत गाकर तालियां बटोरी।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा सहित भारतीय और राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी उपस्थित थे।
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