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Showing posts from December, 2021

नेट-थियेट पर हास्य नाटक "शादी कैसे करें" ने गुदगुदाया

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जयपुर। नेट-थियेट पर दुल्हन की नये तरीके से शादी करने की जिद ने दर्शकों को खूब लौटपोट करवाया। हास्य नाटक शादी कैसे करें का निर्देशन नीना कपिल ने किया तथा इस नाटक का लेखन जयपुर के वरिष्ठ रंगकर्मी स्वर्गीय मदन शर्मा द्वारा किया गया।  नेट-थियेट के राजेन्द्र शर्मा राजू बताया कि आजकल की शादियों को नयापन देने की होड पर एक शानदार व्यंग्य है जिसमें नायिक रजनी अदभुत तरीके से शादी करने की जिद में नायक रमन को भी शामिल होना पडता है। एक पंडित अपनी ग्रहाकी बचाये रखनें के लिये पुरजोर कोशिश करतें है। अंत में घटना चक्र ऐसा घूमता है कि दुल्हा-दुल्हन, खुद बिचौलिये को भागना पडता है। नाटक में पल्लवी कटारिया ने अपने दमदार अदायगी से नाटक को बांधे रखा व तुषार सिरसवा, सक्षम तिवाडी के अभिनय ने नाटक के पात्रों को जीवंत कर दिया। कार्यक्रम का संचालन ऋचा शुक्ला ने किया। नाटक में प्रकाश परिकल्पना मनोज स्वामी, लाइव कैमरा जितेन्द्र शर्मा मंच पार्श्व में अंकित शर्मा नोनू, अजय शर्मा, सौरभ कुमावत, विष्णु जांगिड व अंकित जांगिड का रहा।

नेट-थियेट पर खूब जमा सिंधी नाटक "जा रिश्ता, केहिडा रिश्ता"

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जयपुर। ज्योति कला संस्थान, जयपुर द्वारा सामाजिक सिंधी नाटक रिश्ता आहिन, रिश्तन जो छा सशक्त प्रस्तुति ने लोगों को झकझोर दिया। प्रसिद्ध सिंधी नाट्य निर्देशक सुरेश सिंधू की नाट्य परिकल्पना एवं कलाकारों की भावपूर्ण अभिनय अभिव्यक्ति ने लेखक वी. पी. चॉद के पात्रों को जीवंत कर दिया।   नेट-थियेट के राजेन्द्र शर्मा राजू बताया कि सामाजिक सरोकार पर आधारित इस नाटक में समाज में टूटते रिश्तों की डोर पर गंभीर प्रश्न उठायें । कहानी में एक बेटा पढ-लिखकर विलायत चले जाता है और वहीं अपना परिवार बसा लेता है। ऐसे में उसके बूढे मॉ-बाप उससे मिलने को तरस जाते हैं और छोटी-बडी परेशानियां एवं अपनी बीमारियों झूझते हुए याद करतें हैं। बेटा जब वापस आता है तो वो अपनी मॉ से कहता है इतना पैसा भेजता हॅू ऐश से रहो तब मॉ कहती है पेसों की नही मुझे बेटे की जरूरत है।  नाटक में विक्टर मोटवानी, नन्दिनी पंजवानी ने अपने दमदार अभिनय से दर्शकों पर अमिट छाप छोडी। देव सागर, हर्षा पंजाबी और मनोज आडवानी ने अपने अभिनय का लौहा मनवाया। मंच संचालन पूजा चॉंदवानी ने किया।  नाटक में मनोज स्वामी की प्रकाश परिकल्पना नाट्यनुरू...

गीता जयंती के अवसर पर गीता कांटेक्ट का पोस्टर विमोचन हुआ संपन्न

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जयपुर। गीता कॉन्टेस्ट गीता के 7 से 12 अध्याय आधारित प्रतियोगिता का पोस्टर विमोचन किया गया इस अवसर पर हरे कृष्ण मूवमेंट के कार्यक्रम समन्वयक प्राण वल्लभ दास एवं मीडिया प्रभारी सिद्ध स्वरूप दास ,रावत एजुकेशन ग्रुप के डायरेक्टर एवं चेयरमैन एवं सैकड़ों विद्यार्थियों इस अवसर पर उपस्थित थे। हरे कृष्णा मूवमेंट राजस्थान के अध्यक्ष अमितासन दास  ने कहा कि भगवत गीता मनुष्य जीवन का मैनुअल (Manual) है। आज से करीब 5000 साल पहले महाभारत के युद्ध से पहले भगवान श्री कृष्ण ने गीता उपदेश गीता जयंती के दिन दिए थे। भगवद गीता का सन्देश आज भी प्रासंगिक हैं। आज भागवत गीता दुनिया की सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली सबसे प्रसिद्ध पुस्तक है और इसीलिए कई देशों के विश्वविद्यालयों में गीता का अध्ययन कराया जा रहा है।गीता जयंती 14 दिसंबर को है इस अवसर पर हम अनेको कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं  जिसमें भगवत गीता का अधिक से अधिक वितरण एवं प्रचार समाहित है। लोगों को गीता अध्ययन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक  राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। गीता कांटेस्ट  हरे कृष्ण मूवमेंट और कृष्ण भा...

नेट-थियेट पर गीत-ग़ज़ल की सांझ, "दुनिया जिसे कहती है जादू का खिलौना है"

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वो एक नजर में मुझे पहचान गई... जयपुर। नेट-थियेट पर जानेमाने गजल गायक राजेन्द्र जडेजा ने जब अपनी सुरमयी जादूई आवाज से नूरजहॉं सारस्वत की लिखी गजल "वो एक नजर में मुझे पहचान गई" गाई तो माहौल को खुशनुमां बना दिया। इनके साथ रेखा परिहार की सुरीली आवाज ने गीत गजल को परवान चढाया।  नेट-थियेट के राजेन्द्र शर्मा राजू ने बताया कि जडेजा ने शायर नक्सयालपुरी की गजल "नैना तोसे लागे सारी रैना जागे", नसीम अख्तर की गजल *ये तो किसी पे भरोसा नही किया* में रेखा ने अपनी गायकी की सुंदर प्रस्तुति दी। इसके बाद दोनों कलाकारों ने "आये दिन जो हो सके तो लुफत गम उठा ले" शमीम जयपुरी की गजल एव "गम मेरे जो मुस्कुराए हैं" शायर कुमार बाराबंकी की गजल को इतनी मधुर आवाज में पेश किया कि श्रोता वाह-वाह कर उठे। अंत में राजेंद्र जडेजा और रेखा परिहार ने "दुनिया जिसे कहते हैं जादू का खिलौना है" गा कर सांझ को सुरमई बनाया l कार्यक्रम का संचालन लोकप्रिय शायर लोकेश कुमार साहिल ने अपनी लिखी नज्मों के साथ किया। इनके साथ तबले पर राजस्थान के जाने-माने तबला नवाज दिनेश खींची और बिलाल हुसैन...

दिवगंत पत्रकारों के परिजनों को नहीं मिल रहा आर्थिक पैकेज

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पचाल लाख रुपये की मानवीय घोषणा पर अफसरों का अडंगा जार ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बताई प्रभावित परिवारों की पीडा... जयपुर। कोरोना महामारी की चपेट में आकर अपनी जान गंवाने वाले पत्रकारों के आश्रित परिजनों को आर्थिक पैकेज नहीं मिल रहा है। प्रभावित परिवार जिला कलेक्टर और सूचना व जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों को चक्कर काटने को मजबूर है।  छः महीने से अधिक समय के बावजूद एक भी आश्रित परिवार को आर्थिक सहायता नहीं दी गई है। जबकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना से दिवगंत पत्रकारों के आश्रित परिजनों को पचास लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। यह राशि जिला कलेक्टर और सूचना व जनसंपर्क विभाग के माध्यम से देनी है। तमाम दस्तावेज व साक्ष्य देने के बाद भी अधिकारी सहायता दिलवाने के बजाय इस मानवीय कार्य में रोडा अटकाने में लगे हुए हैं। जार के प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार शर्मा व प्रदेश महासचिव संजय सैनी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बताया कि प्रदेश में कोरोना की पहली व दूसरी लहर में वरिष्ठ पत्रकार श्याम शर्मा, जनार्दन कुलश्रेष्ठ, संजय बोहरा, तनवीर अहमद, आशीष शर्म...

पत्रकारों को रियायती दरों पर हो भूखण्ड आवंटन

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जार ने प्रशासन शहरों के संग अभियान में पत्रकारों को भूखण्ड आवंटन का मुद्दा उठाया... जयपुर। जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (जार) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत जिला व उपखण्ड मुख्यालय स्तर पर पत्रकारों को भूखण्ड आवंटन देने की मांग की है।  इस संबंध में जार ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। जार के प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार शर्मा व प्रदेश महासचिव संजय कुमार सैनी ने पत्र में बताया कि प्रदेश में सरकार ने सालों से काबिज लोगों को मकान का पट्टा देने समेत अन्य जनउपयोगी कार्यों के लिए प्रशासन शहरों के संग अभियान चल रखा है। उक्त अभियान में पत्रकारों के लिए रियायती दरों पर भूखण्ड आवंटन व पत्रकार आवासीय योजना को भी शामिल करके जिला व उपखण्ड स्तर के पत्रकारों को लाभांवित किया जा सकता है। करीब डेढ़ दशक से जयपुर समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में पत्रकारों की आवासीय योजना मूर्तरुप नहीं ले पाई है। इस वजह से हर जिले में पत्रकार भूखण्ड आवंटन से वंचित है। सरकार द्वारा लाखों लोगों को पट्टे देकर आवास का सपना पूरा किया जा रहा है। इस अभियान में ही जिलों, उपखण्ड व तहसील स्तर प...