नेट-थियेट पर साकार हुयी मंटो की दो कहानियां पीरन की तस्वीर


जयपुर। नेट-थियेट रंगमंच पर सआदत हसन मंटो की रोज लिखी जाने वाली कहानियों में से प्रसिद्ध दो कहानियों पीरन और तस्वीर का समावेश कर इन कहानियों का नाट्य रूपान्तरण व निर्देशन कपिल कुमार ने किया इस प्रयोग को पीरन की तस्वीर के नाम से प्रस्तुत किया गया। नाटक का मंचन कोराना की सर्तकता बरतते हुए किया।

नेट-थियेट के राजेन्द्र शर्मा राजू ने बताया कि मंटो जब अपने गुरबतो के दिन याद करते है तो उन्हें याद आता है कि रोजाना का खर्चा चलाने के लिये लिखी जाने वाली कहानियां रोजमर्रा में घटने वाली घटना ही थी जिनमें से एक कहानी उनके वैवाहिक जीवन से संबधित थी कि एक दिन उनकी जेब से एक युवती की तस्वीर निकल आती है जिसके कारण घर में कोहराम मच जाता है दूसरी कहानी पीरन की है जो एक युवक के लिये मनहुस होती है इसी मनहुसियत की वजह से युवक को पीरन से प्रेम हो जाता है।  

इस नाटक में  मंटो पहला-निहाल सिंह, मंटो की पत्नी-दीक्षा प्रजापत, पीरन-सोनाली जैन, मंटो दूसरा-अमित चौधरी, दोस्त ब्रजमोहन-लक्षित माखिजा, पोस्टमेन-तुषार सिंह की भुमिका में शानदार अभिनय से दर्शकों को प्रभावित किया।

मंच संचालन मंच पार्श्व में विशाल बघेल, पूनम चौधरी, प्रकाश-मनोज स्वामी, अंकित कुमार जांगिड, संगीत-विष्णु कुमार जांगिड, अंकित शर्मा नोनू, अर्जुन देव, अजय शर्मा।



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