रोकना होगा, टोकना होगा तभी रुकेगा बाल श्रम रुकेगा - पूनम अंकुर छाबड़ा

यूथ वर्ल्ड द्वारा बालश्रम निषेध दिवस पर राष्ट्रीय स्तर पर वर्चुअल संगोष्ठी का हुआ आयोजन...

जयपुर। बाल श्रम निषेध दिवस पर सकारात्मकता को समर्पित सोशल समूह यूथ वर्ल्ड द्वारा वर्चुअल संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

प्रधान सरंक्षक राज कंवर राठौड़ ने बताया की बाल श्रम कैसे रुके इस विषय पर मंथन किया गया। वहीं संगोष्ठी का आगज यूथ वर्ल्ड परिवार की ओर से नेशनल एडवाइजर अलका हेजल भटिंडा ने सभी का स्वागत कर किया।

यूथ वर्ल्ड सोशल मंच की वर्चुअल संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रुप मे भारत सरकार के बाल श्रम बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष शिशुपाल सिंह निम्बाडा ने कहा की हम सब को जागरुक होकर इस विकराल समस्या के प्रति संकल्प लेना होगा,  ना तो हम बाल श्रमिक रखेगे और न ही किसी बाल श्रमिक रखने वाले का सहयोग करेगे। सरकार से ज्यादा आम जन को जागरुक होना होगा तभी इस पर अंकुश लगेगा।

संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रही सम्पूर्ण शराबबंदी आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम अंकुर छाबडा ने कहा की सबसे पहली जिम्मेदारी हम सब की है कि हम बालश्रम को रोकें तथा   किसी भी रुप मे बालश्रम करवाने में भागीदार न बने।

पूनम अंकुर छाबड़ा ने कहा साथ ही बाल श्रमिकों के पुनर्वास के लिए प्रयास करने होंगे तभी इस समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

संगोष्ठी के मुख्य वक्ता बंधुआ मुक्ति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष समाज सेवी राजेश याग्निक अलवर ने सम्पूर्ण  आंकड़ो के साथ इस समस्या पर प्रकाश डाला और कहा की इस समस्या के निराकरण को लेकर सिर्फ सरकारों के भरोसे नही रहना चाहिए।

हम सब को जागरुक होना होगा और बाल श्रम की रोकथाम को लेकर कानून बने है पर उनका किर्यान्वह्न नही होता क्योंकि आम जन में जागरुकता नही है तो हम सबको इन कानूनों की जानकारियां भी जन जन में पहुंचानी होगी औऱ लोगो को जागरूक करना होगा।

निदेशक मधुमाया सिंह ने बताया की  संगोष्ठी में समाज सेवी सीए सुधीश शर्मा बीकानेर ने कहा की बाल श्रम को रोकने के लिए समाज को ही आगे आना होगा और सभी सकारात्मक सोच के लोगो को मिलकर काम करना होगा।

नेशनल एडवाइजर यूथ वर्ल्ड शिक्षाविद डॉ. सुरेन्द गोयल सिरसा ने कहा की बाल श्रम को रोकना और ऐसे बालकों को शिक्षा से जोड़ना अतिमहत्वपूर्ण है। जब तक बाल श्रमिक शिक्षा से नही जुड़ेंगे तब तक कोई फायदा नहीं। 

सरंक्षक महामहोपोध्याय पण्डित राजेंद्र शास्त्री राजकोट, समाज सेवी साईं धाम फरीदाबाद के मोतीलाल गुप्ता, शिक्षाविद डॉ सत्यनारायण चौधरी जयपुर, रश्मि लता मिश्रा बिलासपुर, रागिनी उपलपवार भोपाल, कवि सुख सिंह आऊवा, शोभा चाहिल बिलासपुर, श्रया पांडे बिलासपुर, संगीता अग्रवाल आगरा, अंशिका, अंशाक  राजोटिया आगरा, भावना मिश्रा दिल्ली, डॉ रजनी हर्ष, हर्षिता कुमारी, देवेंद्र सारस्वत बीकानेर , चेन सिंह कोलायत, बृजेश कुमार बीकानेर, सुखमिला अग्रवाल मुम्बई, ब्रांड एम्बेसडर प्रतीक शर्मा आगरा सहित सभी प्रबुद्धजन ने बाल श्रम रोकथाम पर विचार रखे और इस विषय पर अपने सुझाव दिए।

यूथ वर्ल्ड सोशल मंच प्रमुख भैरु सिंह राजपुरोहित ने सभी का आभार व्यक्त करते कहा की आज बाल श्रम निषेध दिवस पर बाल श्रम रोकने की जागरुकता को लेकर आयोजित की गई वर्चुअल संगोष्ठी के माध्यम से सभी वरिष्ठ वक्तओं के बहुत सारगर्भित विचार पटल पर आए और हम सब संकल्पित भाव से बाल श्रम रोकने और बाल श्रमिकों के चेहरे की मुस्कान लौटाने की दिशा में कार्य करेंगे।

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