कर्मों की सजा भुगत रहा आसाराम कोरोना संक्रमित

अस्पताल लाते समय व्हीलचेयर पर आसाराम काफी थका हुआ नजर आ रहा था...

जोधपुर। नाबालिग छात्रा से यौन उत्पीड़न मामले में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा आसाराम कोरोना संक्रमित हो गया है। जोधपुर जेल में सैंपल लिया गया था जो पॉजिटिव आया। फिर देर रात बुखार और ऑक्सीजन लेवल घटने के बाद उसे महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है। 

अस्पताल लाए जाने से पहले ही वहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। आसाराम के अस्पताल लाए जाने की सूचना मिलते ही कई समर्थक वहां पहुंच गए। लेकिन पुलिस ने किसी को अंदर नहीं जाने दिया। अस्पताल लाते समय व्हीलचेयर पर आसाराम काफी थका हुआ नजर आ रहा था। उसका वजन भी पहले से काफी काफी लग रहा था।

एहतियात के तौर पर लिया गया था सैम्पल

जोधपुर जेल में कुछ बंदियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद एहतियात के तौर पर आसाराम का भी सैंपल लिया गया था। जिसमें वह कोरोना संक्रमित निकला। इसके बाद जेल में ही आसाराम का इलाज किया गया। लेकिन रात को तबीयत बिगड़े पर अस्पताल ले जाना पड़ा।

आसाराम पर उसके गुरुकुल में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा ने आरोप लगाया था कि 15 अगस्त 2013 को आसाराम ने जोधपुर के पास मणाई गांव के एक फार्म हाउस में उसका यौन उत्पीड़न किया। 20 अगस्त 2013 को उसने दिल्ली के कमला नगर पुलिस थाने में आसाराम के खिलाफ मामला दर्ज कराया। लेकिन जोधपुर का मामला होने के चलते दिल्ली पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच के लिए उसे जोधपुर भेजा। जोधपुर पुलिस ने आसाराम के खिलाफ यौन उत्पीड़न करने का मामला दर्ज कर लिया।

जोधपुर पुलिस 31 अगस्त 2013 को इंदौर से आसाराम को गिरफ्तार कर जोधपुर लाई थी। उसके बाद से आसाराम जोधपुर जेल में ही बंद है। इस दौरान उसने जमानत के लिए जिला अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक अर्जी लगाई, लेकिन जमानत नहीं मिली। बाद में कोर्ट ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुना दी थी।

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