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सनातन समस्या नहीं समाधान है - स्वामी चिदानंद सरस्वती

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जयपुर। सनातन तोड़ना या बांटना नहीं सिखाता, सनातन जोड़ना सीखना है प्रेम सिखाता है, सनातन समस्या नहीं अपितु समस्याओं का समुचित समाधान है। नियमित ध्यान करना एवं नकारात्मक बातों पर रिएक्शन नहीं करना चाहिए। यह मार्गदर्शन अंतर्राष्ट्रीय संत स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने जयश्री पेरीवाल इंटरनेशनल स्कूल महापुरा में सर्वमंगलाय सनातन धर्म फाउंडेशन के शुभारंभ के तहत आयोजित सनातन जयघोष में प्रदान किया।  समारोह में सम्मिलित होने ऋषिकेश से जयपुर पधारे स्वामी चिदानंद सरस्वती एवं साध्वी भगवती सरस्वती का सार्वजनिक अभिनंदन जयश्री परिवार स्कूल के निदेशक आयुष परिवार द्वारा पुष्प गुच्छ भेंट कर, आयोजन स्वागत समिति के अध्यक्ष गोकुल माहेश्वरी एवं सर्वमंगलाय सनातन धर्म फाउंडेशन के संस्थापक योगाचार्य योगी मनीष ने राधा कृष्ण भगवान की युगल छवि भेंट कर किया। समारोह के विशिष्ट अतिथि विधायक बालमुकुंद आचार्य, ब्रह्माकुमारी बीके सुषमा, बीके चंद्रकला, योगाचार्य ढाका राम एवं समाजसेवी सुरेश मिश्रा आदि ने गौ पूजन, वृक्षारोपण भी किया। अतिथियों के आगमन पर सनातन जयघोष आयोजन समिति के आनंद कृष्ण कोठारी, राकेश गर्ग, मनीष मालू

4 महीने के लिए स्थगित होगी नीट परीक्षा

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सोमवार को उच्चस्तरीय बैठक के दौरान मानव संसाधन की समीक्षा की। इस दौरान कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। जिससे कोरोना प्रबंधन के दौरान डॉक्टर, नर्स आदि की उपलब्धता की कमी न हो। 

महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए मेडिकल सीटों पर दाखिले के लिए होने वाली नीट-पीजी परीक्षा को कम से कम चार महीने के लिए स्थगित करने का निर्णय हुआ। 31 अगस्त 2021 से पहले नीट परीक्षा परीक्षा नहीं होगी। बताया गया कि परीक्षार्थियों को कम से कम एक महीने पहले परीक्षा के बारे में जानकारी मिलेगी। कहा जा रहा है कि इस फैसले से इससे एक बड़ी संख्या में कोविड 19 के लिए डॉक्टर्स की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।

देश में बढ़ते कोविड रोगियों और इलाज में आ रही दिक्कतों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी औसतन हर दिन तीन से चार बैठकें कर रहे हैं। देश में ऑक्सीजन की कमी से लेकर मानव संसाधन की उपलब्धता की दिशा में केंद्र सरकार कार्य कर रही है।

मेडिकल इंटर्न को भी कोविड मैनेजमेंट की ड्यूटी के लिए अनुमति मिली है। वह फैकल्टी के अंडर कार्य करेंगे। एमबीबीएस आखिरी वर्ष के छात्र टेली कंसल्टेशन और हल्के लक्षण वाले रोगियों के केस की निगरानी कर सकते है। इस फैसले से डॉक्टर्स पर वर्कलोड कम होगा। सीनियर डॉक्टर और नर्स की निगरानी में बीएससी क्वालीफाइड नर्स को भी काम की अनुमति मिली है। 100 दिनों की कोविड ड्यूटी करने वाले मेडिकल स्टाफ को सरकारी भर्तियों में प्राथमिकता मिलेगी। सभी इंश्योरेंस कवर्ड होंगे।


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