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सनातन समस्या नहीं समाधान है - स्वामी चिदानंद सरस्वती

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जयपुर। सनातन तोड़ना या बांटना नहीं सिखाता, सनातन जोड़ना सीखना है प्रेम सिखाता है, सनातन समस्या नहीं अपितु समस्याओं का समुचित समाधान है। नियमित ध्यान करना एवं नकारात्मक बातों पर रिएक्शन नहीं करना चाहिए। यह मार्गदर्शन अंतर्राष्ट्रीय संत स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने जयश्री पेरीवाल इंटरनेशनल स्कूल महापुरा में सर्वमंगलाय सनातन धर्म फाउंडेशन के शुभारंभ के तहत आयोजित सनातन जयघोष में प्रदान किया।  समारोह में सम्मिलित होने ऋषिकेश से जयपुर पधारे स्वामी चिदानंद सरस्वती एवं साध्वी भगवती सरस्वती का सार्वजनिक अभिनंदन जयश्री परिवार स्कूल के निदेशक आयुष परिवार द्वारा पुष्प गुच्छ भेंट कर, आयोजन स्वागत समिति के अध्यक्ष गोकुल माहेश्वरी एवं सर्वमंगलाय सनातन धर्म फाउंडेशन के संस्थापक योगाचार्य योगी मनीष ने राधा कृष्ण भगवान की युगल छवि भेंट कर किया। समारोह के विशिष्ट अतिथि विधायक बालमुकुंद आचार्य, ब्रह्माकुमारी बीके सुषमा, बीके चंद्रकला, योगाचार्य ढाका राम एवं समाजसेवी सुरेश मिश्रा आदि ने गौ पूजन, वृक्षारोपण भी किया। अतिथियों के आगमन पर सनातन जयघोष आयोजन समिति के आनंद कृष्ण कोठारी, राकेश गर्ग, मनीष मालू

प्रदेश के 28 अस्पतालों में हो सकेगा ब्लैक फंगस का उपचार

राज्य सरकार ने किया 3 अन्य अस्पतालों को ब्लैक फंगस के उपचार के लिए अधिकृत

जयपुर। चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने प्रदेश में म्यूकोरमायकोसिस (ब्लैक फंगस) के बढ़ते मामलों को देखते इसके उपचार के लिए अधिकृत अस्पतालों का दायरा बढ़ाकर 25 से 28 कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 3 अन्य अस्पतालों को भी इलाज के लिए अधिकृत किया गया है।

डॉ शर्मा ने कहा कि ब्लैक फंगस के लिए अधिकृत अस्पतालों की संख्या शुरुआत में 20 थी। मरीजों के अनुपात में अस्पतालों की संख्या में बढ़ोतरी करते हुए इन्हें 25 किया। मरीजों को आसपास के क्षेत्र में ब्लैक फंगस के उपचार की सुविधा के लिए आज राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय दंत विज्ञान महाविद्यालय, जयपुर, निम्स हॉस्पीटल, जयपुर और महावीर ईएनटी हॉस्पीटल, कोटा को भी अधिकृत किया है। उन्होंने बताया कि अब प्रदेश के 28 अस्पतालों में मरीज ब्लैक फंगस का इलाज निर्धारित दरों पर करवाया जा सकता है।

इन 28 अधिकृत अस्पतालों में ही किया जा सकेगा उपचार

चिकित्सा मंत्री ने बताया कि ब्लैक फंगस के उपचार के लिए लिए प्रदेश कि 28 अस्पतालों को ही अधिकृत किया गया है। इनमें सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज, जयपुर, राजकीय रूकमणी देवी बेनी प्रसाद जयपुरिया अस्पताल, जयपुर, राजकीय मेडिकल कॉलेज, जोधपुर, एम्स, जोधपुर, जे.एल. एन. मेडिकल कॉलेज, अजमेर, आर. एन. टी. मेडिकल कॉलेज, उदयपुर, राजकीय मेडिकल कॉलेज, बीकानेर, राजकीय मेडिकल कॉलेज, कोटा, राजकीय मेडिकल कॉलेज, भीलवाडा,  महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज, जयपुर, गीतांजली मेडिकल कॉलेज, उदयपुर, जैन ई. एन. टी. अस्पताल, जयपुर, नारायण हृदयालय अस्पताल, जयपुर, सी.के.एस. हॉस्पिटल, जयपुर, सोनी हॉस्पिटल, जयपुर, सिद्धम ई.एन. टी. हॉस्पिटल, जयपुर, देशबन्धू ई.एन.टी. हॉस्पिटल, जयपुर, विजय ई.एन.टी. हॉस्पिटल, अजमेर, श्रीराम हॉस्पिटल, जोधपुर, वैजयन्ती हॉस्पिटल, अलवर, मेडिकल कॉलेज, भरतपुर, पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल, उदयपुर, जीबीएच अमरीकन हॉस्पीटल, उदयपुर, चिरायु हॉस्पीटल, जयपुर और अपेक्स हॉस्पीटल, जयपुर, राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय दंत विज्ञान महाविद्यालय, जयपुर, निम्स हॉस्पीटल, जयपुर और महावीर ईएनटी हॉस्पीटल, कोटा शामिल हैं।


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