कोरोना मरीज से आरयूएचएस में आई सी यू बैड दिलाने के नाम पर 1 लाख 18 हजार की ली रिश्वत

एसीबी नेे मेट्रो मास अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ को 23 हजार रुपए लेते हुए किया ट्रेप
कोविड अस्पताल RHUS के दो डॉक्टर की भूमिका भी संदेह को घेरे में...

जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो(एसीबी) मुख्यालय जयपुर की एसआईयू टीम ने शनिवार रात को कार्रवाई करते हुए मेट्रो मास अस्पताल के नर्सिग स्टाफ के मेल नर्स को 23 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपित रिश्वत की यह राशि आर यू एच एस में आईसीयू बेड व अन्य सुविधाएं प्रदान करने के एवज ली थी। इससे पहले आरोपित 95 हजार रुपये पहले ही ले चुका है। फिलहाल आरोपित से पूछताछ की जा रही है।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि एसीबी मुख्यालय की एसआईयू जयपुर टीम को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई थी कि उसकी मामी जो कि कोरोना मरीज है को आरयूएचएस में आईसीयू बेड व अन्य सुविधाएं प्रदान करने के एवज में मैट्रो मास अस्पताल मानसरोवर जयपुर के मेल-नर्स अशोक कुमार गुर्जर द्वारा 1 लाख 30 हजार रूपये की राशि रिश्वत मांग रहा है।

इससे पूर्व में आरोपित परिवादी से 95 हजार रूपये वसूल कर चुका है। जिस पर एसीबी एसआईयू जयपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बजरंग सिंह के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया गया और फिर उपाधीक्षक कमल नयन एवं उनकी टीम के द्वारा कार्यवाही करते हुए अशोक कुमार गुर्जर निवासी मदनपुरा बयाना जिला भरतपुर हाल मेट्रो पास अस्पताल मानसरोवर जयपुर को परिवादी से 23 हजार रुपये की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

एसीबी अधिकारियों को पूछताछ में अशोक ने मैट्रो मास के एक डॉक्टर नरेन्द्र अब आरयूएचएस में है। उनके जरिए डॉक्टर मनीष से बात हुई थी। परिजनों ने उसे 95 हजार रुपए दिए तभी उसने आरयूएचएस के डॉक्टर को 50 हजार रुपए दे दिए थे। उसने 45 हजार रूपए खुद के पास रख लिए थे। रुपए मिलने के बाद ही मरीज तीन मई को बैड दे दिया। मरीज की शुक्रवार रात को मौत होने का अशोक का पता नहीं था, वह रुपए के लिए दबाव बना रहा था

Comments

Popular posts from this blog

धरी रह गई बस मालिक की चालाकी, उच्च न्यायालय का निर्णय बना सड़क सुरक्षा की नई '"नजीर"

राष्ट्र के उत्थान में महिलाएं निभा रही है विशेष भूमिका - शर्मा

सनातन समस्या नहीं समाधान है - स्वामी चिदानंद सरस्वती