ये कैसा जन अनुशासन पखवाड़ा है जो शराब बेचने और पिलाने से सफल बनाया जायेगा - पूनम

शराब बिक्री के आदेश पर तुरंत रोक लगनी चाहिए अन्यथा जस्टिस फ़ॉर छाबड़ा जी संगठन पूरे प्रदेश में करेगा विरोध 

जयपुर। सम्पूर्ण शराब बंदी आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्षा पूनम अंकुर छाबड़ा ने कहा कि वैश्विक आपदा कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है और राज्य सरकार प्रदेश में 3 मई तक का कर्फ्यू एवं लोकडाउन लगा चुकी है जिसका नाम दिया है जन अनुशासन पखवाड़ा। परन्तु बड़ा दुःखद विषय है कि राज्य सरकार शराब की बिक्री के लिए कितनी संवेदनशील है, कोरोना काल मे WHO ने भी शराब, सिगरेट व अन्य नशों को न पीने की सलाह दी हुई है और इस महामारी के दौर में स्वयं राज्य सरकार ने 3 मई तक  जन अनुशासन पखवाड़ा मनाने की बात की है। जिससे कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाया जा सके और आम जन से अपील पे अपील की आप घरों में रहे। दूसरी तरफ शराब की बिक्री शुरू करना महामारी को बढ़ाने का प्रयास है। 

इससे स्पष्ट प्रतीत होता है की जनता से ज्यादा चिंता सरकार को शराब ठेकेदारों और अपने राजस्व की है।

छाबड़ा ने रोष प्रकट करते कहा की इस वैश्विक आपदा के समय सरकार का संवेदनहीन होकर शराब दुकानों को खोलने के आदेश देना बहुत ही गलत है। उन्होंने शराब की दुकानों को तुरंत प्रभाव से बन्द करने की मांग की है। 

पूनम ने कहा की  शराब बिक्री के आदेश पर तुरंत रोक लगनी चाहिए अन्यथा जस्टिस फ़ॉर छाबड़ा जी संगठन पूरे प्रदेश में इसका विरोध करेगा।

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