छबड़ा थर्मल पावर प्लांट की इकाइयों को विद्युत उत्पादन हेतु विशेष प्रयासो से पानी उपलब्ध

जयपुर। छबड़ा थर्मल पावर प्लांट के आसपास के जलाशयों के कैचमेंट एरिया में गत वर्ष कम वर्षा होने के कारण पानी की काफी कमी थी। स्थिति यह आ गई थी कि अभी 4-5 दिनों का ही पानी बचा था जिससे छबड़ा थर्मल की इकाइयां चलाई जा सके। 

ऊर्जा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने छबड़ा थर्मल में इकाइयों के सुचारू संचालन में पानी की कमी के कारणवश उत्पन्न हो रही समस्या के संबंध में अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक से चर्चा कर पानी उपलब्धता हेतु आवश्यक प्रयास करने हेतु कहा।

ऎसी स्थिति पर नियंत्रण हेतु राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आर के शर्मा ने छबड़ा थर्मल के दोनों मुख्य अभियंता से मंत्रणा करके विभिन्न विकल्पों पर विचार किया। मंत्रणा उपरांत उत्पादन निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आर के शर्मा द्वारा एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया ताकि इस विषम परिस्थिति में छबड़ा थर्मल की यूनिटों को चालू रखने के लिए हरसंभव उपाय किए जावे। 

प्लांट सुचारू रूप से चलाने के लिए पानी की कमी की समस्या को दूर करने हेतु अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक द्वारा छबड़ा थर्मल के दोनों मुख्य अभियंता से पूर्व में भी मंत्रणा की गई थी। तत्पश्चात दिनांक 23 अप्रैल को अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक अपने साथ विशेषज्ञ टीम एवं छबड़ा थर्मल के दोनों मुख्य अभियंताओं को साथ लेकर परवन एनीकट पर पहुंचे। परवन एनीकट पर पहुंचकर विशेषज्ञ टीम के साथ वहां पर आ रही वोल्टेज की समस्या के निराकरण हेतु स्पेशल टास्क फोर्स के सदस्यों से चर्चा की एवं उनको तत्परता से कार्य करने हेतु मोटिवेट किया। कोरोना काल की विषम परिस्थितियों के बावजूद विद्युत उत्पादन की पूरी टीम एकजुटता के साथ हरसंभव तरीके से यूनिटों को चालू रखने के लिए काम पर लगी हुई है। 

उत्पादन निगम के सीएमडी आरके शर्मा ने बताया कि उनकी टीम द्वारा किए जा रहे प्रयासों का सुखद परिणाम अभी यह देखने में आ रहा है कि परवन नदी से 33 किलोमीटर दूर पछाड़ रिजरवायर तक इलेक्टि्रक पंप के माध्यम से पानी पहुंचाने की प्रक्रिया आरंभ की गई तथा कठिन प्रयासों के परिणाम स्वरूप आज रविवार को सुबह पछाड़ रिजरवायर होते हुए छबड़ा थर्मल के रिजरवायर तक पानी पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि प्रयासों में सफल होने पर हम छबड़ा थर्मल की इकाइयों को सुचारू रूप से चला पाने में सक्षम होंगे जिसके लिए पूरी विद्युत उत्पादन की टीम प्रयासरत है। वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर उत्पादन निगम द्वारा आकस्मिक बेकअप योजना भी बनाई गई है।

अल्प समय में त्वरित कार्यवाही करके परवन एनीकट से छबड़ा थर्मल तक पानी पहुंचाने पर ऊर्जा मंत्री डॉ. कल्ला ने उत्पादन निगम की पूरी टीम को उनके द्वारा किए जा रहे अथक प्रयासों के लिए प्रशंसा करते हुए आशा की है कि वे इस विषम परिस्थिति में भी जरूर सफलता हासिल करते हुए निर्बाध रूप से विद्युत उत्पादन जारी रख सकेंगे।

डॉ. कल्ला ने विधायक सिंघवी जी द्वारा व्यक्त धारणाओं को निराधार बताते हुए कहा कि छबड़ा थर्मल में विद्युत उत्पादन का कार्य पूर्व की भांति निरंतर होता रहेगा। छबड़ा थर्मल में स्थित विद्युत इकाइयों को बंद करने की कोई स्थिति नहीं होगी तथा इस हेतु आवश्यक जल की आपूर्ति सुनिश्चित कर ली गई है। 

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