सदन के हंगामे और चर्चा के गिरते स्तर से लोकतंत्र और देश को होता है नुकसान - वेंकैया
हैदराबाद। संसद और राज्य विधानसभाओं में होने वाले हंगामे और चर्चा के गिरते स्तर पर उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने चिंता जताई है। कहा है कि सदन में हंगामे से चर्चा बाधित होती है और इससे लोकतंत्र और देश को नुकसान होता है। सदन में हंगामे का सिलसिला बना रहा तो लोगों का लोकतांत्रिक व्यवस्था से विश्वास कम होने लगेगा। नायडू ने यह बात पूर्व सांसद और शिक्षाविद नुकला नरोतम रेड्डी के जन्म शताब्दी समारोह में कही।
उप राष्ट्रपति ने कहा, संसद और विधानसभाओं में 3 डी व्यवस्था का पालन होना चाहिए। इस व्यवस्था के तहत कोई मुद्दा डिस्कस होना चाहिए, उस पर डिबेट होनी चाहिए और उसके बाद उसे डिसाइड होना चाहिए। हंगामे और खींचतान से मुद्दा पीछे छूट जाता है जिससे जनता का हित प्रभावित होता है। सदन को जनहित में कार्य करना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि सदन सुचारु ढंग से चले और उसमें चर्चा हो।
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