स्वप्रेरणा से आतिशबाजी नहीं कर प्रदेशवासियों ने पेश की सामाजिक जागृति की मिसाल, समस्त जनता साधुवाद की पात्र - मुख्यमंत्री

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दीपावली के अवसर पर आतिशबाजी नहीं करने के संकल्प की पालना करने पर प्रदेशवासियों का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि जीवन रक्षा का फर्ज निभाते हुए लोगों ने जिस समझबूझ का परिचय दिया है और कोरोना के खिलाफ जंग में एक जिम्मेदार नागरिक के रूप  में अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है, यह वाकई सराहनीय है। 

गहलोत ने कहा है कि श्वसन रोग एवं कोरोना संक्रमण से पीड़ित मरीजों को प्रदूषण से होने वाली परेशानी से बचाने के लिए लोगों ने आतिशबाजी नहीं कर स्वप्रेरणा से सामाजिक सरोकारों के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की है। यह सामाजिक जागरूकता मुझमें नई आशा का संचार करती है। यह संकल्प दर्शाता है कि कितनी भी प्रतिकूल परिस्थितियां हों, प्रदेशवासी उनका डटकर मुकाबला करने के लिए सदैव तैयार हैं। इसके लिए राज्य की समस्त जनता साधुवाद की पात्र है। 

मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में समस्त प्रदेशवासियों का निरंतर जो सहयोग मिला है, उसी का परिणाम है कि हम राजस्थान में कोरोना का बेहतरीन प्रबंधन कर सके हैं। कोई भूखा न सोए का संकल्प साकार करने की बात हो या मास्क लगाने के लिए प्रारम्भ किया गया जनआंदोलन, हर अवसर पर प्रदेशवासियों ने आगे बढ़कर सहयोग किया है। हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आप सबके सहयोग से कोविड-19 की इस जंग को हम हर हाल में जीत लेंगे। 

मुख्यमंत्री ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए पुनः दीपावली, गोवर्धन एवं भैया दूज के पावन पर्व पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। 

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