" नो स्कूल नो फीस नो ऑनलाइन क्लास " की मांग को लेकर प्रदेश में सेकड़ो अभिभावकों के नेतृत्व में अभिभावक उतरे सड़को पर 


जयपुर। सोमवार को राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के 6 से अधिक जिलों में निजी स्कूलों के खिलाफ अभिभावकों के चल रही " नो स्कूल नो फीस नो ऑनलाइन क्लास " मुहिम के तहत हजारों की संख्या में अभिभावक स्वयं के नेतृत्व में पहली बार खुलकर  सड़कों पर उतरे। इस दौरान अभिभावकों ने स्कूलों के बाहर, प्रमुख चौराहों और मुख्य मार्गों पर सोश्यल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए 10-10, 5-5 की संख्या में एकजुट होकर प्रदेश के 50 से भी अधिक स्थानों पर निजी स्कूलों की मनमर्जी के खिलाफ हाथों में स्लोगन लेकर मौन विरोध प्रदर्शन किया और राज्य सरकार से अभिभावकों पर वर्तमान परिस्थिति के अंदर ध्यान देने की अपील और प्रार्थना की। 


कार्यक्रम संयोजक अभिषेक जैन बिट्टू और अरविंद अग्रवाल ने बताया कि भारतवर्षीय अभिभावक संघ ने सोमवार को सुबह 9 बजे से 10 बजे तक स्कूलों की मनमर्जी और कोरोना काल की स्कूल फीस माफ करने को लेकर विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया था, जिसमे राजधानी जयपुर सहित 6 जिलो के पीड़ित अभिभावक शामिल हुए ओर मौन विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान अभिभावक  अभिभावकों ने " नो स्कूल नो फीस नो ऑनलाइन क्लास ", " जब तक है कोरोना महामारी, तब तक मजबूरी समझे हमारी ", जब तक स्कूल नही, तब तक फीस नही ", कोरोना महामारी की है मार, अभिभावकों का अब तो ध्यान रखें स्कूल और सरकार " जैसे स्लोगनों को हाथो में लहराकर विरोध प्रदर्शन किया। 


सहसंयोजक संजय गोयल ने बताया कि पिछले 2 महीने से अधिक समय से अभिभावक लगातार अपनी मजबूरी सरकार और निजी स्कूल प्रशासन को बता रही है इसके बावजूद ना सरकार सुनने को तैयार है ना प्रशासन सुनने को तैयार है। इसके उल्ट स्कूल प्रशासन लगातार अभिभावकों को धमकियां देकर डरा-धमका रहे है कि स्कूल फीस जमा नही करवाई गई तो बच्चों को ऑनलाइन क्लास जॉइन नही करने दिया जाएगा। इस बीच अभिभावकों और विभिन्न संगठनों ने दो महीने के दौरान मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री सहित प्रदेशभर के विभिन्न विधायको और सांसदों को ज्ञापन देकर अपनी पीड़ा बताई किंतु हर बार, हर जगह केवल आश्वासन ही मिला, न्याय अभी तक नही मिला।


संघ सदस्य मनीष विजयवर्गीय ने बताया यह वही सरकार है जो घर-घर जाकर जनता की भलाई के लिए जनता के सम्मान का नारा देकर वोट तो वसूल लेती है और सत्ता हासिल कर जनता से किये वादे भूल जाती है। आज कोरोना संक्रमण से प्रदेश ही नही बल्कि पूरा देश का प्रत्येक परिवार पीड़ित और प्रभावित हुआ है ऐसे में सभी सरकारों को अभिभावकों पर ध्यान देना चाहिए उनकी मजबूरी समझ अभिभावकों का साथ देना चाहिए।  


संयोजक अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि अखिल भारतीय अभिभावक संघ राज्य सरकार से अपील और मांग करती है कि वह अभिभावकों के सम्मान की रक्षा के लिए आगे आये अन्यथा अभिभावकों को जनांदोलन और आमरण अनशन का सहारा लेना पड़ेगा। इस समय प्रत्येक अभिभावक अपने व्यापार और रोजगार से चिंतित है परिवार के पालन-पोषण का संकट खड़ा है ऐसे में स्कूलों की फीस कैसे जमा करवाये अभिभावक। 
सोमवार को जयपुर में प्रदर्शन के दौरान दौलत शर्मा, संदीप छाबड़ा, सर्वेश मिश्रा, यदुवीर चौधरी, अभिषेक सांघी, संजीव जैन, जितेंद्र हटवाल, हरिओम वशिष्ठ, शरद जैन सहित बड़ी संख्या में अभिभावक सड़कों पर उतरे। 


यहाँ-यहाँ हुआ विरोध प्रदर्शन 


राजधानी जयपुर में मानसरोवर के थड़ी मार्किट, रिद्धि-सिद्धि चौराहा त्रिवेणी नगर, सेंट जेवियर्स स्कूल सी-स्किम, एमपीएस स्कूल, एमजीडी स्कूल अजमेरी गेट, जीआर ग्लोबल (बालाजी केम्पस) बैनाड़ रोड़, जगतपुरा रेलवे फाटक, कमल एन्ड कंपनी टोंक रोड़, मामा का होटल जवाहर नगर, फुलेरा, चौमू, चाकसू सहित जोधपुर, बीकानेर, राजसमंद, चितौड़गढ़, भीलवाड़ा आदि जिलों में भी अभिभावकों ने विरोध प्रदर्शन भाग लिया। 


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