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सनातन समस्या नहीं समाधान है - स्वामी चिदानंद सरस्वती

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जयपुर। सनातन तोड़ना या बांटना नहीं सिखाता, सनातन जोड़ना सीखना है प्रेम सिखाता है, सनातन समस्या नहीं अपितु समस्याओं का समुचित समाधान है। नियमित ध्यान करना एवं नकारात्मक बातों पर रिएक्शन नहीं करना चाहिए। यह मार्गदर्शन अंतर्राष्ट्रीय संत स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने जयश्री पेरीवाल इंटरनेशनल स्कूल महापुरा में सर्वमंगलाय सनातन धर्म फाउंडेशन के शुभारंभ के तहत आयोजित सनातन जयघोष में प्रदान किया।  समारोह में सम्मिलित होने ऋषिकेश से जयपुर पधारे स्वामी चिदानंद सरस्वती एवं साध्वी भगवती सरस्वती का सार्वजनिक अभिनंदन जयश्री परिवार स्कूल के निदेशक आयुष परिवार द्वारा पुष्प गुच्छ भेंट कर, आयोजन स्वागत समिति के अध्यक्ष गोकुल माहेश्वरी एवं सर्वमंगलाय सनातन धर्म फाउंडेशन के संस्थापक योगाचार्य योगी मनीष ने राधा कृष्ण भगवान की युगल छवि भेंट कर किया। समारोह के विशिष्ट अतिथि विधायक बालमुकुंद आचार्य, ब्रह्माकुमारी बीके सुषमा, बीके चंद्रकला, योगाचार्य ढाका राम एवं समाजसेवी सुरेश मिश्रा आदि ने गौ पूजन, वृक्षारोपण भी किया। अतिथियों के आगमन पर सनातन जयघोष आयोजन समिति के आनंद कृष्ण कोठारी, राकेश गर्ग, मनीष मालू

50 लाख से अधिक श्रमिक नियोजन के साथ मनरेगा में राजस्थान पहले पायदान पर - पायलट


जयपुर। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बताया कि प्रदेश में मनरेगा योजना के तहत श्रमिक नियोजन प्रतिदिन 50 लाख से अधिक हो गया है। श्रमिक नियोजन की दृष्टि से राजस्थान देश में प्रथम स्थान पर है। नियोजित श्रमिकों में लगभग 13 लाख प्रवासी श्रमिक भी रोजगार पा रहे हैं।
पायलट ने बताया कि प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के चुनौती भरे समय में मनरेगा के तहत रोजगार मिलने से प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को भरपूर आर्थिक संबल मिल रहा है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के कारण जहां अप्रेल माह में केवल 62 हजार श्रमिक नियोजित थे, वहीं विभाग के समन्वित प्रयासों से श्रमिक नियोजन बढ़कर 8 जून को 50.20 लाख से अधिक हो गया है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के भीलवाड़ा जिले में सर्वाधिक 4.11 लाख से अधिक श्रमिक नियोजित है। इसी प्रकार डूंगरपुर जिले में 3.55 लाख, बांसवाड़ा जिले में 3.50 लाख तथा अजमेर जिले में 2.67 लाख से अधिक श्रमिक नियोजित है।
पायलट ने कहा कि मनरेगा में नियोजित 13 लाख प्रवासी श्रमिकों में से लगभग सवा ग्यारह लाख के पास पहले से ही जॉब कार्ड थे और लगभग पौने दो लाख प्रवासी श्रमिकों को नये जॉब कार्ड जारी किये गये है।
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन की वजह से लाखों की संख्या में देष के विभिन्न प्रान्तों से आये प्रवासी श्रमिकों को मनरेगा से रोजगार मिला व उन्हें आर्थिक संकट से उबरने में मदद मिली है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में मनरेगा कार्यस्थल पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए गाइड लाईन की पालना की जा रही है।


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