गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए लक्ष्यों का समयबद्ध पालन हो - डोटासरा

शिक्षा राज्य मंत्री ने अधिकारियों को जवाबदेह रहते हुए समयबद्ध कार्य करने के दिए निर्देश...

 


जयपुर। शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए क्रियान्वित विभिन्न लक्ष्यों का समयबद्ध पालन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अधिकारी जवाबदेह रहते हुए कार्य करे और यह सुनिश्चित करे कि वित्तीय लक्ष्यों की शत-प्रतिशत पालना हो। उन्होंने समग्र शिक्षा अभियान की वार्षिक वित्तीय योजना के अंतर्गत आवासीय विद्यालय, शिक्षक प्रशिक्षण, विद्यालयों में आधारभूत सुविधाआें के विकास, महात्मा गॉंधी अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों की स्थापना आदि की मदवार गहन समीक्षा करते हुए कहा कि लक्ष्य प्राप्ति में लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। 

 

डोटासरा मंगलवार को शिक्षा संकुल में कहा है कि समग्र शिक्षा अभियान की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने वार्षिक योजना में मदवार किए जा रहे कार्र्याे की एक-एक कर बारीक समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कुछ योजनाओं में लक्ष्य से कम उपलब्धि पर नाराजगी जताते हुए कहा कि वार्षिक लक्ष्य योजना में कोताही को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार की मंशा है कि समग्र शिक्षा के अंतर्गत प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का प्रभावी रूप में प्रसार हो। 

 

शिक्षा मंत्री ने बैठक में समग्र शिक्षा के लिए वित्तीय वर्ष की कार्य योजना पर चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश के 167 ब्लॉक, जहां पर स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल नहीं है, वहां पर अंग्रेजी माध्यम के महात्मा गॉंधी विद्यालय खोलने की कार्यवाही शीघ्र की जा रही है। उन्होंने हाल ही में 76 खोले गए ऎसे विद्यालयों में भी आधारभूत सुविधाओं के विकास पर भी जोर दिया।  


उन्होंने ऑनलाईन शिक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों, प्रोजेक्ट स्माईल और ऑनलाईन शिक्षण के लिए तैयार सामग्री के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की शिक्षा में किसी तरह का हर्जा  नहीं हो, इसे सभी स्तरोंं पर सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि ऑनलाईन शिक्षण के साथ ही शिक्षकों के ऑनलाईन प्रशिक्षण के लिए भी विशेष कार्ययोजना तैयार की जाए। उन्होंने कस्तुरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय, विद्यालयाें के निर्माण कार्यों, पदों की स्वीकृति, नवीन अतिरिक्त कक्षाकक्षों और अन्य आधाभूत सुविधाओं के संबंध में भी जानकारी ली तथा कहा कि स्थितियां अनुकूल होते ही इस संबंध में यथासंभव तेजी से कार्य किए जाएं।

 

डोटासरा ने कहा कि विद्यमान स्कूलों में अतिरिक्त क्लास रूम (अध्ययन कक्ष), शौचालय, पीने का पानी, मरम्मत निधि, स्कूल सुधार निधि प्रदान कर उसे सशक्त बनाये जाने की योजनाओं पर भी तैयारी पूरी रखी जाए। शिक्षकों को ऑनलाईन गहन प्रशिक्षण प्रदान करने, ऑनलाईन शिक्षण सामग्री के विकास के लिए निधि प्रदान करने के लिए भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत बालिका शिक्षा और जरूरतमंद बच्चों पर खास जोर देने की भी जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह ऎसा समय है जब हमें सभी स्तरों पर व्याप्त डिजिटल दूरी को समाप्त करने के लिए भी समग्र शिक्षा अभियान के तहत महत्ती कार्य करने चाहिए। बैठक में बड़ी संख्या में शिक्षा अधिकारियों ने भाग लिया।

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